संकष्टी गणेश चौथ का व्रत 21को,मृत्यु के मुख से उबरे थे गणेश
शंकर सुवन श्रीगणेश पर भी एक बार बड़ा संकट आगया। वह तिथि माघ कृष्ण चतुर्थी थी। देवी पार्वती ने उबटन से एक पुतला बना कर कैलाश की गुफा के दरवाजे पर रखवाली करने के लिए बिठाया और नहाने चली गई । कह दिया जब तक मैं न नहा लूं,किसी... Read more
महन्त कल्याणदास के सानिध्य में  जेष्ठ माह के द्वितीय बड़े मंगलवार को हुआ धार्मिक अनुष्ठान
संदीप पांडेय अयोध्या। जेष्ठ माह के द्वितीय बड़े मंगलवार को परमार्थी गौ सन्त सेवी स्वामी हनुमानगढ़ी के महन्त कल्याणदास जी महाराज के पावन सानिध्य में इमली बगिया स्थित आवास पर रामार्चा व अन्य धार्मिक अनुष्ठान शिष्यों की ओर से आयोजित किया गया। ज्ञात हो कि यहां पर गत एक... Read more
मृत्यु का सम्मान तो होना ही चाहिए।
बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या संतोष देव पांडेय द्वारा प्रस्तुत मानवीय संवेदनाओं के यथार्थ को झकझोरने वाला आलेख मृत्यु गंगाजल है, पाप पुण्य दोनों धो देती है। व्यक्ति का सम्मान हो न हो, मृत्यु का सम्मान होना ही चाहिए। बालक अभिमन्यु की मृत्यु पर दुर्योधन के सारे भाई भले नाच... Read more
महाशिवरात्रि पर विशेष:-भाग्यलेख बदलने वाले शंकर का पर्व
उदय राज मिश्र महाकवि बाण ने अप्रस्तुत प्रशंसा अलंकार का दृष्टांत प्रस्तुत करते हुए जगदीश्वर श्रीशिव की महत्ता का वर्णन करते हुए लिखा है-रजोजुषे जन्मनि सत्ववृत्तये प्रजानाम प्रलये तमस्प्रिषे।अजाय सर्ग स्थिति नाश हेतवे त्रयीमयाय त्रिगुणात्मके नमः।। अर्थात सृष्टिरचयिता श्रीब्रह्मा जी द्वारा रजोगुण का भोग कर पैदा की गई और... Read more
अयोध्या में भूमिपूजन के उपलक्ष्य में राम नाम संकीर्तन कर मनाई खुशी
वेद प्रकाश पांडेय बैंगलोरस्वजन सेवा सहयोग तथा हाईटेक एक्स सर्विसमैन एसोसिएशन के तत्वावधान में 5 अगस्त को अयोध्या में प्रस्तावित श्री राम मन्दिर निर्माण के भूमिपूजन समारोह के उपलक्ष्य में बेंगलूरु में दीप प्रज्वलन एवं राम नाम संकीर्तन का आयोजन किया गया। इस धार्मिक कार्यक्रम में संस्था के संस्थापक... Read more
कुछ तो कीजै दयानाथ! हम शरण तिहारे आये हैं।।
आर्तनादहलधरप्यारे मुरलीधर, नन्ददुलारे जसुदानन्दनअसुरसंहारक कुब्जातारक, हे राधेमय! अर्पित वन्दन।अन्दर बाहर ज्ञान सनातन, कर्म सदा करते अधुनातनज्ञानयोगकी अविरल धारा, कभीन मेटा किसीका क्र्रन्दन।प्रज्ञाचक्षु पुष्ट प्रत्यक्षवाद, मिथ्या पाखण्डी परुष बातअधम चरित नित कमतर पातक, की बतलाता छलीघात।षोडषकलाधर हे लोकेश्वर! जगतनियन्ता जगतीपालकचमत्कार के प्रबल पुंज प्रभु, जण-चेतनके नित संचालक।कंशासुर से दुर्योधन तक,... Read more
भवते श्रीकृष्ण जन्मोत्सवम शुभम च मंगलमयी भवेत।
एहि मुरारे कुंजबिहारे एहि प्रणतजनबन्धो।हे माधव!मधुबदनवरेण्यो केशव करुणासिन्धो।।रासनिकुंजे गुंजति नियतं भ्रमर शतं किल कांत।त्वामिह याचे दर्शन दानम हे मधुसूदन शांत।।एहि निभृत पथ पांथ।।शुन्यम कुसुमासन्मिह शून्यम शून्यम केलिक दम्भ:दीन:केलिक दम्भ:मृदुकल नादम किल स विषादम रोदति यमुना स्वम्भ:नव नीरजधर श्यामल सुंदर चन्द्र कुसुम रुचिवेश,गोपी गण हृदयेश।। परमब्रह्म परमात्मा श्रीकृष्ण जी महाराज... Read more
माताओं ने कुश की पूजा कर पुत्रों के दीर्घायु होने की कामना कीं
सत्य प्रकाश वर्मासंत कबीर नगर।हिन्दू धर्म के अनुसार हिन्दी के प्रत्येक महीने का अलग अलग महत्व है।जिसमे भादों महीने का बड़ा महत्व माना गया है ।इसी माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को मातायें हलछ्ट्ठ के रूप में मनाती हैं।इस दिन व्रत रख कर कुश की श्रद्धा भाव... Read more
महिमा बिल्व वृक्ष की–
बिल्व वृक्ष के आसपास सांप नहीं आते । अगर किसी की शव यात्रा बिल्व वृक्ष की छाया से होकरगुजरे तो उसका मोक्ष हो जाता है । वायुमंडल में व्याप्त अशुध्दियों को सोखने की क्षमतासबसे ज्यादा बिल्व वृक्ष में होती है । चार पांच छः या सात पत्तो वाले बिल्व... Read more