अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के गणित एवं सांख्यिकी विभाग में तीन दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय ई-कॉन्फ्रेंस का समापन किया गया। समापन सत्र को संबोधित करते हुए अंतरराष्ट्रीय भौतिक विज्ञान अकादमी के महासचिव प्रो0 पी॰एन॰पाण्डेय ने उच्च शिक्षा में गणित को हिन्दी में पढ़ाने पर बल देते हुए कहा कि इसके बिना देश की प्रगति नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि भारतीय शोध ग्रंथों को विदेश मे छपे हुये शोध-पत्रों के समतुल्य होना चाहिए। उच्च शिक्षा के क्षेत्र मे विदेशों का ठप्पा लगवाने के चक्कर में एक दिन बौद्धिक वर्ग समाज का गुलाम हो सकता हैै। प्रो0 पाण्डेय ने भारत सरकार और राज्य सरकर से अपेक्षा की है कि इस क्षेत्र में गम्भीरता से सोचे। अन्यथा उच्च शिक्षा का क्षेत्र प्रतिदिन गिरता ही जायेगा। लोकल फॉर वोकल का उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अभी तक कोई परिवर्तन नही दिखा है। कांफे्रंस में जर्मनी के प्रो0 स्टीफन ने गणितीय और कम्प्यूटेशनल तकनीक पर बोलते हुए कहा कि प्रोग्रामिंग की सहायता से उपभोक्ता की औसत संख्या निकाली जा सकती है। इसके द्वारा उपभोक्ताओं को अन्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो पायेंगी। विश्वविद्यालय के गणित एवं सांख्यिकी विभागाध्यक्ष प्रो0 एसएस मिश्र बताया कि आजकल क्यूइंग मॉडल का उपयोग सेवा में भीड़ कम करने के लिए किया जा रहा है। इसके विभिन्न डोमेन जैसे एयरलाइंस, बैंकिंग, रेस्तरा, स्वास्थ्य, देखभाल प्रणाली को समयानुकुल करने के लिए किया जा रहे है। समापन के पूर्व तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया जिसमें ग्रेटर नोयडा से डॉ॰ सन्तोष, नई दिल्ली से डॉ॰ सनी सेठ, अविवि से डॉ0 अभिषेक सिंह, शोध छात्र संदीप रावत एवं गोण्डा के बीर बहादुर सिंह सहित अन्य शिक्षकों एवं प्रतिभागियों ने शोध-पत्र प्रस्तुत किया। कांफं्रेस का तकनीकी संचालन प्रो0 एस० के० रायजादा द्वारा किया गया। तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय ई-कॉन्फ्रेंस का आयोजन विज्ञान एवं इंजीनियरिंग संकायाध्यक्ष प्रो0 सी0के0 मिश्र, प्रो0 एस0के0 रायजादा के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम के संयोजक प्रो0 एसएस मिश्र ने अकादमिक कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन विभाग के शोध-छात्र संदीप रावत ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्रतिभागी एवं शिक्षक उपस्थित रहे।
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