


अयोध्या – जिला मजिस्ट्रेट की पहल पर जिला बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के मध्य वितरित किए जाने वाले ड्रेस की सिलाई कर आपूर्ति की जिम्मेदारी इन 80 महिला स्वयं सहायता समूह को दी गई है। समूहों की 290 महिला सदस्य सिलाई कर मिले मजदूरी से अपने पति के साथ मिलकर परिवार का करेंगी भरण पोषण। उक्त जानकारी देते हुए जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि भारत सरकार व प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है कि अपने गांव लौटे प्रवासी श्रमिकों व उनके साथ लौटे उनके महिला सदस्यों को उनके गांव के निकट ही रोजगार प्रदान किया जाए ।इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए बेसिक शिक्षा विभाग में छात्र- छात्राओं के मध्य वितरित की जाने वाले ड्रेस की आपूर्ति का कार्य सरकार द्वारा निर्धारित दर पर इन महिला स्वयं सहायता समूह को दी गई है। जिसकी शुरुवात ब्लॉक मसौधा के कोटसराय इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय में किया गया। यहां लगभग महिला समूह की 22 महिला सदस्यों ने जिला मजिस्ट्रेटअनुज कुमार झा व मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार की उपस्थिति में छात्राओं की स्कर्ट, टॉप की कटिंग व सिलाई की शुरुवात की है। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी हवलदार सिंह, बीएसए संतोष देव कुमार पांडे, ग्राम प्रधान पुष्पा सिंह, प्रधानाचार्य सैली अरोड़ा, शिव करन सिंह, मिशन प्रबन्धक सरिता वर्मा सहित अधिकारी एवं जनता उपस्थित थे।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जनपद के परिषदीय विद्यालयो में 02 लाख 25 हजार छात्र-छात्राएं अध्यनरत है प्रत्येक छात्र-छात्राओ को 02 सेट ड्रेस वितरित किया जाना है इस प्रकार 04 लाख 50 हजार ड्रेस का वितरण होना है। जनपद के चार स्थानो पर80 महिला स्वयं सहायता समूहो द्वारा ड्रेस का निर्माण कार्य किया जायेगा। जिला मिशन प्रबन्धक सरिता वर्मा ने बताया कि चारो स्थान की महिला स्वंय सहायता समूहो दुवारा 15 दिन में 60 हजार यूनिफार्म की सिलाई की क्षमता बताई गई है और इन समूहो को 60 हजार 988 ड्रेस सिलने का कार्य जिला प्रशासन से फिलहाल मिला है। जिन्हें प्रति ड्रेस 100 रुपए की दर से भुगतान कराया जाएगा।
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