करवाचौथ की शुभकामनाएं करवाचौथ की शुभकामनाएं
जबतक गंग जमुन जलधारा।अचल होय अहिवात तुम्हारा।। सभी सुहागिन व्रतधारिणी गृहलक्ष्मियों को अखण्ड सौभाग्यवती होने की परमेश्वर से प्रार्थना के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ,अम्बेडकरनगर... करवाचौथ की शुभकामनाएं

जबतक गंग जमुन जलधारा।
अचल होय अहिवात तुम्हारा।।

सभी सुहागिन व्रतधारिणी गृहलक्ष्मियों को अखण्ड सौभाग्यवती होने की परमेश्वर से प्रार्थना के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ,अम्बेडकरनगर की अनंत शुभकामनाएं।

महाकवि कालिदास कृत “शाकुंतलम”के चतुर्थ सर्ग के श्लोक-शुशुश्रु गुरून—का मेरे द्वारा कृत अनुवाद आप सबको सफलीभूत करे–

“गुरुओं की सेवा तुम करके,सौतों को सखी बना लेना।
अपमानित होकर राजन से,अपने अनुकूल मना लेना।।
नौकर चाकर पर दया दिखा, नहीं भाग्य पर इतराना।
हे पुत्री!तुम पत्नी बनकर,राजलक्ष्मी बन जाना।।

(महर्षि कण्व द्वारा शकुंतला को विदाई के समय दी गयी शिक्षा)
अनुवादक-उदयराज मिश्र

Times Todays News

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