वेतनवृद्धि समझौते के भविष्य के लिए खतरनाक संकेत: यस. पी. चौबे वेतनवृद्धि समझौते के भविष्य के लिए खतरनाक संकेत: यस. पी. चौबे
 कर्मचारियों के मजदूर नेता यस पी चौबे ने एक बयान मे कहा है कि बैककर्मचारियों के वेतनवृद्धि को लेकर बीते 22 जुलाई को जो... वेतनवृद्धि समझौते के भविष्य के लिए खतरनाक संकेत: यस. पी. चौबे

 कर्मचारियों के मजदूर नेता यस पी चौबे ने एक बयान मे कहा है कि बैककर्मचारियों के वेतनवृद्धि को लेकर बीते 22 जुलाई को जो आपसी सहमति का आधार प्रबंधकों और कर्मचारियों के संगठन मे तय हुआ था उसपर एक संगठन बेफी(बैंक इमपलाइज फेडरेशन आफ इंडिया) की सहमति नहीं है। इसलिए आज मुम्बई मे वेतनवृद्धि की धनराशि अलग अलग हेड मे बाटनें केलिए बने छोटे कारयकारी समूह की बैठक मे भी बेफी संगठन भागीदारी नहीं किया है। इससे एक भय और आशंका है कि बेफी वेतन समझौते को कोर्ट में न घसीट लेजाए। बैकिग उदयोग मे बहुमत संगठन एआइबीइए के महामंत्री छोटे संगठनो को अपने ईगो के चलते महत्व नही दे रहे हैं। यह वेतनवृद्धि समझौते के भविष्य के लिए खतरनाक संकेत है। असल मे बेफी की मांग है कि वेतनवृद्धि के पहले 25 साल से लंमबित पेंशन सुधार पर बातचीत होजाए लेकिन एआईबीइए के महामंत्री सी. यच. वेंकटाचलम पेंशनर्स के मुद्दों पर चुप है कारण रिटायर्ड साथियों को नहीं बताते हैं।

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