


गोसाईगंज। यूरिया खाद की भारी मांग को देखते हुए सहकारी समितियां भी महंगे दामों पर यूरिया खाद बेच कर मुनाफा कमाने में मसगूल हो गई है। समितियों पर महामारी के मद्देनजर भी अब्यवस्थाओं की भरमार है। मजबूरन किसान भीड़ की शक्ल में महंगे दामों पर खाद लेने के लिए मजबूर हैं। साधन सहकारी समितिअमसिन मे खाद लेने के लिए किसानों की भारी भीड़ जमा थी वहां पहुंचने पर पता चला कि एक दिन पहले ही खाद आई थी। पूंछने पर पता चला कि वहां पर किसानों से प्रति बोरी यूरिया 266 के स्थान पर 275 रुपए बोरी खुलेआम बेंची जा रही है। मार्केट में खाद उपलब्धता कम होने के कारण किसान महंगे दामों पर यूरिया लेने के लिए मजबूर हैं। वहां पर खाद लेने आए किसान रईस अली से पूछने पर बताया कि उन्होंने दस बोरी खाद लिया है जो प्रति बोरी 275 रुपए की दर से लिया गया है। इसी तरह किसान मो इदरीश, विश्वनाथ, राकेश उपाध्याय, राम नमन वर्मा, शोभाराम वर्मा आदि किसानों ने भी 275 रुपए प्रति बोरी यूरिया लेने की बात को स्वीकार किया। अमसिन समिति के डेलीगेट अंजनी नंदन ने भी खाद मंहगी बेंचे जाने पर नाराजगी जाहिर किया। इस संबंध में कोऑपरेटिव बैंक गोसाईगंज के प्रबंधक बुद्ध सेन सागर से पूछने पर बताया कि घोषित मूल्य से अधिक दाम पर यूरिया बेचना जुर्म है अगर ऐसा हुआ है तो सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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