

जिले में बच्चों को आज से दी जाएगी विटामिन ए की खुराक
जिलेसंतकबीर नगर August 13, 2020 Times Todays News 0

- सत्य प्रकाश वर्मा
- संतकबीरनगर। अपर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ0 ए के सिन्हा ने बताया कि जिले में गुरूवार से बच्चों को कुपोषण, विकलांगता व अन्य बीमरियों से बचाने के लिए विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। यह खुराक बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए सम्पूर्णन कार्यक्रम के तहत दी जाएगी। कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए बच्चों को इसकी खुराक पिलाई जाएगी। इसके लिए जिन लोगों को जो भी जिम्मेदारी दी गई है, वह अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करें।
डॉ. सिन्हा ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए सम्पूर्णन कार्यक्रम को लेकर जिले के एआरओ व अधीक्षकों की बैठक हो चुकी है, ब्लाक स्तरीय सीएचसी व पीएचसी पर इस कार्य में लगाए गए स्वास्थ्य कर्मियों की भी बैठके हुई हैं । उन्होने कहा कि विटामिन ए की खुराक देने में खुराक की एक्सपायरी डेट का जरूर धयान रखा जाए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाए की सारे बच्चे दवा पी लें। इस कार्यक्रम को पूरी गुणवत्ता के साथ कोविड प्रोटोकाल के तहत पूरा करके शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। पिछले वर्ष चले अभियान के दौरान कुल 96.83 प्रतिशत बच्चों को बिटामिन ए की खुराक दी गई थी। इस बार इस लक्ष्य को अधिक से अधिक पूरा करने में सभी लोग मनोयोग से जुटें ताकि बच्चों को कुपोषण से बचाया जा सके। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद पर गुरूवार को अभियान का शुभारंभ किया जाएगा।
नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को देंगे खुराक विटामिन ए की खुराक जिले के नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को दी जाएगी। 9 माह से 5 साल तक के कुल 213093 बच्चे जनपद में हैं। इनमें से 9 माह से 12 माह तक के 12447 बच्चे हैं, जबकि 1 से दो वर्ष के कुल 53519 बच्चे हैं और 2 वर्ष से 5 वर्ष तक के कुल 1,47,127 बच्चे हैं | । इस दौरान कुल 2070 सत्र चलाए जाएंगे।
विटामिन ए से होता है यह लाभ
डॉ0 सिन्हा का कहना है कि विटामिन ए से बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है, रतौंधी रोग से बचाव होता है, कुपोषण से बचाव होता है। मानसिक विकलांगता में कमी आती है। एक साल में दो बार विटामिन ए की खुराक लेने से सभी कारणों से होने वाली मृत्यु में 23 प्रतिशत कमी, खसरे के कारण होने वाली मृत्यु में 50 प्रतिशत कमी तथा अतिसार रोग के कारण होने वाली मृत्यु में 33 प्रतिशत की कमी आती है।
No comments so far.
Be first to leave comment below.