


एक तरफ गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है, वहीं दूसरी तरफ उसकी पूरी जायदाद जब्त करने की तैयारी भी जारी है।शनिवार दोपहर कानपुर प्रशासन ने विकास दुबे के बिठुर स्थित आवास को गिराने का फैसला लिया, जिसके बाद उसी की जेसीबी मशीन से पूरा घर जमींदोज कर दिया गया। उधर दूसरी तरफ विकास दुबे की सारी प्रॉपर्टी को अटैच करने की तैयारी चल रही है। उसके सारे बैंक अकाउंट्स सीज किए जा रहे हैं। प्रशासन विकास दुबे की सारी प्रॉपर्टी की जांच कर रहा है। घटना के करीब 36 घंटे बाद भी कुख्यात अपराधी विकास पुलिस की पकड़ से बाहर है।पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुछ पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है, जिससे यह जाना जा सके कि दुबे को पुलिस छापेमारी की खबर पहले कैसे मिली जिससे कि उसने योजनाबद्ध तैयारी के साथ पुलिस दल पर हमला बोला। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सर्विलांस टीम लगभग 500 मोबाइल फोन पर नजर बनाए हुए है ताकि विकास दुबे के बारे में सुराग मिल सके।इसके अलावा यूपी एसटीएफ की टीमें भी अपने काम में लगी हैं। आईजी ने विकास दुबे के बारे में सही जानकारी देने वाले को पचास हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है साथ ही जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखने की बात भी कही है।बता दें, गुरुवार देर रात कानपुर के चौबेपुर में पुलिस की टीम दबिश देने गई थी. इसी दौरान अपराधियों ने पुलिस टीम को चारों तरफ से घेर कर हमला कर दिया। इस हमले में एक क्षेत्राधिकारी, एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए। मुठभेड़ में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।पहली मुठभेड़ के दौरान अपराधियों ने पुलिसकर्मियों के हथियार छीन लिए थे, जिनमें एके-47 रायफल, एक इंसास रायफल, एक ग्लाक पिस्टल और दो नाइन एमएम पिस्टल शामिल हैं। इस मुठभेड़ के कुछ घंटे बाद हुई दूसरी पुलिस मुठभेड़ में पुलिस ने दो अपराधियों को मार गिराया और उनके पास से लूटी गई एक पिस्टल भी बरामद की।लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार शाम को विकास दुबे के कृष्णानगर स्थित मकान पर भी छापा मारा था लेकिन वहां दुबे नहीं मिला। पुलिस ने अब तक इस मामले में पूछताछ के लिए 12 लोगों को हिरासत में लिया है.
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