


सुशील मिश्रा
अंबेडकरनगर/ हसंवर थाना प्रशासन के खिलाफ क्षुब्ध होकर पत्रकारों ने एकत्रित होकर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन डीएम अंबेडकरनगर को सौंपा, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पत्रकारों को धमकाने वालों को 24 घंटे के अंदर जेल भेजने आसानी से जमानत ना मिलने जुर्माने का 50हजार जमा करने एवं1 साल से 3 साल तक की कैद की सजा का प्रावधान है मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने भी इस बात को तत्परता से लागू करने के लिए निर्देशित भी किया लेकिन यदि कानून का पालन कराने वाला पुलिस प्रशासन ही उसका खंडन करने पर तुल जाए तो देश का चौथा स्तंभ कैसे सुरक्षित होगा अभी हाल में ही पत्रकार आनंद कुमार वर्मा को धमकाने का कार्य हंसवर थानाध्यक्ष ने किया था जिसमें ट्विटर के माध्यम से शासन और प्रशासन को बताने का कार्य पत्रकारों ने किया था मामला ठंडा ही नहीं हुआ था कि फैजाबाद की आवाज के पत्रकार रिजवान को थाने में जबरन बैठा कर समझौता कराने, समझौता न करने पर फर्जी केस में जेल भेजने का धमकी थाना प्रशासन द्वारा दिया गया इस बात को भी खबर के माध्यम से तत्परता से पत्रकारों ने उठाया लेकिन हंसवर थानाध्यक्ष का करीबी रिश्तेदार कप्तान ऑफिस में बाबू होने के कारण थानाध्यक्ष हंसवर को कोई कुछ कहने को राजी नहीं है इससे रुष्ट पत्रकारों ने एकत्रित होकर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन डीएम अंबेडकरनगर को एकत्रित होकर दिया, मौके पर मौजूद पत्रकारों में अमित माझी,बांकेलाल निषाद,मोहम्मद रिजवान,रमेश कुमार,राजेश तिवारी,हरी लाल प्रजापति,सुनील गौड़,अमित यादव,दीपक वर्मा ,इरफान,ओंकार नाथ,जीशान,गुफरान हाशमी प्रमुख रहे
आदि पत्रकार गण मौजूद रहे।
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