जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट को  प्रशिक्षण प्रदान किया गया जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट को  प्रशिक्षण प्रदान किया गया
अयोध्या 30 मार्च 2021 (सूवि)ः-जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में आज जनपद के पांचो विकास खण्डो के समस्त जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट को... जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट को  प्रशिक्षण प्रदान किया गया

अयोध्या 30 मार्च 2021 (सूवि)ः-जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में आज जनपद के पांचो विकास खण्डो के समस्त जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट को त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 को सकुशल संपन्न कराए जाने हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री झा ने समस्त जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट को अपने क्षेत्र के समस्त मतदेय स्थलों का भ्रमण कर रूट चार्ट के अनुसार मतदेय स्थल तक पहुंचाने वाले मार्ग, मतदान स्थल के भवन व उसके बूथों पर खिड़की व दरवाजे की स्थिति, पेयजल की सुविधा, चहारदीवारी आदि को स्थलीय भ्रमण कर देखने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि यदि किसी मतदेय स्थल पर चाहर दीवारी नहीं है तो सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यकतानुसार बैरीकेटिंग अथवा सुरक्षा बल की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहां कि मतदान केंद्रों के भ्रमण के दौरान प्रत्येक मतदान केंद्र व गांव में समय दें तथा मतदान के दौरान यदि किसी प्रकार की समस्या आती है तो स्वविवेक उसे तत्काल निपटाने हेतु तैयारी कर ले।
इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर आयुष चैधरी ने समस्त जोनल/सेक्टर मजिस्ट्रेटों को मतदान प्रारंभ होने से पूर्व की तैयारियों को लेकर मतदान प्रारंभ होने से मतदान समाप्ति व उसके उपरांत मतपेटिका को स्ट्रांगरूम में जमा कराने तक सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेटो के उत्तरदायित्वो का विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया।
जिला मजिस्टेट अनुज कुमार झा ने सेक्टर और जोनल मजिस्टेट को यह निर्देश दिये है कि पीठासीन अधिकारी (पी0ओ0) और सेक्टर मजिस्टेट किसी निर्वाचन प्रक्रिया को सम्यक रूप से कराये जाने की धुरी होते है। पीठासीन अधिकारी मतदेय स्थल का सेक्टर मजिस्टेट अपने सम्पूर्ण सेक्टर में शान्तिपूर्वक चुनाव सम्पादित कराने का जिसमें चुनाव प्रक्रिया, शान्ति व्यवस्था, आचार संहिता का अनुपालन का दायित्व का पालन करना। जोनल और सेक्टर मजिस्टेट को अपने क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था, आचार संहिता अनुपालन के कार्यो के अतिरिक्त पीठासीन अधिकारी के उत्तरदायित्वों से भी भली भांति परिचित होना चाहिए ताकि विषम परिस्थितियों में मतदेय स्थल पर पीठासीन अधिकारी की समस्या का समाधान कर सकें।
उन्होंने कहा कि मतदान के पूर्व सेक्टर के सभी मतदेय स्थलों का भ्रमण करने, मतदेय स्थल तक पहुंचने के मार्ग की (रूट चार्ट द्वारा निर्धारित मार्ग) समुचित जानकारी करना, मतदेय स्थल पर बिजली, पानी, शौचालय, रैम्प की व्यवस्था की समुचित जानकारी करना। प्रथम भ्रमण प्रशिक्षण के बाद, द्वितीय भ्रमण-मतदान दिवस के पूर्व किसी दिन, जिला स्तर से निर्धारित दिनांक की जानकारी, समस्त मतदेय स्थलों के विकासखण्ड, थाना, तहसील की जानकारी कुल मतदाता, मतदेय स्थल की जानकारी, जोनल मजिस्टेट, सम्बंधित प्रभारी निरीक्षक, उपजिलाधिकारी के मोबाइल नम्बर की जानकारी, मतदान की पूर्व संध्या तक अपने से सम्बंधित सभी टीमों को उनके मतदान केन्द्र स्थल तक पहुंचाना, सभी मतदान कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करना, पीठासीन अधिकारी से यह सुनिश्चित कराना कि उसने सभी मतदान सामग्री लेकर मिलान कर लिया है या नही, मतदान सामग्री देने वाले प्रभारी का मोबाइल नम्बर एवं स्थान की जानकारी होना तथा यह सुनिश्चित कराना है कि पीठासीन अधिकारी ने सभी सामाग्री प्रपत्र-41 क से मिलान कर लिया है या नही, जोनल मजिस्टेट, जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय अयोध्या को इस बात की जानकारी देना की सभी पोलिंग पार्टी अपने मतदान केन्द्र पर सकुशल अपनी समस्त सामाग्री आदि के साथ पहुंचकर व्यवस्थित हो गया है, आदि की जानकारी सभी सुनिश्चित करें।

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