

दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा
कुशीनगरजिले June 28, 2020 Times Todays News 0

डॉ ए एस विशेन
कुशीनगर के उत्तरी छोर नारायणी नदी के तट पर स्थित खड्डा तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीण गांव के अस्तित्व को खतरे में देख उचित स्थान की टोह में जुट गए हैं। प्रत्येक वर्ष बाढ़ की विभीषिका झेल चुके रेतावासी अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर हैं।
बाल्मीकि नगर बैराज से निरंतर डिस्चार्ज हो रहे जल के कारण नारायणी नदी उफान पर है । नदी की उठती ऊंची ऊंची लहरे अपने आगोश में सब कुछ समेट लेने को आतुर है ।कुशीनगर जनपद के तटवर्ती गांव शिवपुर, हरिहरपुर, नारायणपुर, मारिचाहवा,बसंतपुर, विंध्याचल पुर, शाहपुर व महाराजगंज जनपद के दर्जनों तटवर्ती गांव पर बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने बंधे के बचाव कार्य को तेज कर दिया है। नारायणी नदी के तेज बेग के कारण एशिया के सबसे बड़े ठोकर बिरभार ठोकर के नोज पर कटान रोकने के लिए तार से बोल्डर बांध कर नोज को बचाने के प्रयास तेज कर दिया गया है। बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे कुशीनगर सांसद विजय कुमार दुबे ने अधिशासी अभियंता बाढ़ खण्ड को आदेश देते हुए कहा कि नदी में बाढ़ आने से पूर्व मरम्मत का कार्य पूर्ण कर लिया जाना चाहिए । किसी भी दशा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। इस दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में श्री दुबे ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार व उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कुशीनगर वासियों के सुविधाओं को लेकर संवेदनशील है। नदी की स्थिति को देखते हुए गांव को बचाने के लिए रिपेयरिंग कार्य जोरों पर है। गांव व ग्रामीणों के बचाव हेतु ,खास करके रेतावासियों को आश्वासन देता हूं कि बाढ़ के प्रकोप से विपरीत परिस्थितियां नहीं आने दी जाएगी।इस संबंध में अपर जिलाधिकारी विन्ध्वासिनी राय ने बताया कि दैवी आपदा से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण की जा चुकी हैं। तहसील प्रशासन को हेलीपैड बनाने , गोताखोरों की सूची उपलब्ध कराने के लिए आदेशित कर दिया गया है। विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग को विपरीत परिस्थितियों के प्रति तैयार रहने के लिए आदेशित किया जा चुका है । जिला प्रशासन बाढ़ के प्रभाव को देखते हुए संपूर्ण तैयारियां पूर्ण कर चुकी है।
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